शीना बोरा हत्याकांड में जो पीटर मुखर्जी चार साल से ज़्यादा समय से जेल में हैं उनके मामले में बॉम्ब हाई कोर्ट ने कहा है कि उनके ख़िलाफ़ प्रारंभिक तौर पर कोई सबूत नहीं है। जिसके ख़िलाफ़ चार साल में ऐसा सबूत नहीं इकट्ठा किया गया हो कि सरसरी तौर पर भी सबूत माना जाए उसे इतने लंबे समय तक जेल की सज़ा क्यों काटनी पड़ी? क्या पीटर मुखर्जी बेगुनाह हैं या फिर सीबीआई जैसी एजेंसी अपना वह काम नहीं कर रही है जो उसे करना चाहिए? या फिर सीबीआई नाकारा है?
सीबीआई ने बिना किसी सबूत के पीटर मुखर्जी को 4 साल कैसे रखा जेल में?
- महाराष्ट्र
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- 7 Feb, 2020

शीना बोरा हत्याकांड में जो पीटर मुखर्जी चार साल से ज़्यादा समय से जेल में हैं उनके मामले में बॉम्ब हाई कोर्ट ने कहा है कि उनके ख़िलाफ़ प्रारंभिक तौर पर कोई सबूत नहीं है।
ये सवाल पीटर मुखर्जी की ज़मानत पर सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाई कोर्ट की टिप्पणी से उठते हैं। सवाल इसलिए भी कि यह मामला हाई प्रोफ़ाइल लोगों से जुड़ा रहा है। इस मामले में तीन लोग गिरफ़्तार किए गए हैं। एक पीटर मुखर्जी, तब पीटर की पत्नी रहीं इंद्राणी मुखर्जी और इंद्राणी के पूर्व पति संजीव खन्ना। शीना बोरा इंद्राणी मुखर्जी की बेटी थीं। इंद्राणी मुखर्जी ने पीटर से बाद में शादी की थी। यानी इस हिसाब से शीना बोरा पीटर की सौतेली बेटी थीं।