जब कोई व्यक्ति पहली बार ग़लती करता है तो उसे चूक या नासमझी मानकर इग्नोर किया जा सकता है। लेकिन यदि वह बार-बार वही ग़लती दोहराए तो समझना चाहिए कि वह उसकी फ़ितरत है या फिर जानबूझकर ऐसा कर रहा है।