जब कोई व्यक्ति पहली बार ग़लती करता है तो उसे चूक या नासमझी मानकर इग्नोर किया जा सकता है। लेकिन यदि वह बार-बार वही ग़लती दोहराए तो समझना चाहिए कि वह उसकी फ़ितरत है या फिर जानबूझकर ऐसा कर रहा है।
तिल का ताड़ बनाना कोई मोदी जी से सीखे
- विश्लेषण
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- 11 May, 2019

जब ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री हमारे बारे में जिस तरह की बातें करते हैं कि मैं उनको लोकतंत्र का झन्नाटेदार थप्पड़ मारना चाहती हूँ तो मोदी ने उसे दीदी का थप्पड़ क्यों बना दिया?
प्रधानमंत्री मोदी के साथ भी ऐसा ही है। हाल में बंगाल की एक रैली में ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री हमारे बारे में जिस तरह की बातें करते हैं कि मैं उनको लोकतंत्र का झन्नाटेदार थप्पड़ मारना चाहती हूँ। (देखें ममता का वीडियो) निश्चित रूप से उनका मतलब यह था कि चुनावी नतीजों के मार्फ़त वह मोदी के आरोपों का जवाब देना चाहती हैं।
नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश