बीजेपी पर शिवसेना के लगातार हमलों से आजिज़ आकर आरएसएस ने आखिर शिवसेना को ललकार दिया कि वह गठबंधन से अलग क्यों नहीं हो जाती है। संघ के मुखपत्र तरुण भारत ने शिवसेना के खिलाफ कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर उसे बीजेपी से बहुत परेशानी है, अगर प्रधानमंत्री से वह बहुत दुखी है, अगर सरकार की नीतियों और काम से सहमत या संतुष्ट नहीं है तो अलग हो जाए।
लगता है कि संघ शिवसेना की रोज़-रोज़ की किच-किच से बहुत परेशान है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में अक्सर पीएम मोदी की आलोचना होती रहती है। बहुत से मुद्दों पर शिवसेना महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार के कामकाज की भी तीखी आलोचना करती रही है। जबकि फडणवीस सरकार में शिवसेना के कई मंत्री हैं।
बीजेपी से दुखी है तो अलग क्यों नहीं हो जाती शिवसेना?: संघ मुखपत्र
- राजनीति
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- 27 Dec, 2018
एनडीए से नाता तोड़ने वाली शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की धमकी को लेकर आरएसएस के मुखपत्र तरुण भारत में छपे एक लेख के ज़रिए ठाकरे की जमकर आलोचना की गई है।

तरुण भारत ने अपने लेख में कहा है कि उद्धव ठाकरे भाषा की मर्यादा को पूरी तरह से भुला चुके हैं। उन्हें ये मालूम नहीं है कि कहां पर क्या बोलना चाहिए। शिवसेना पर तंज कसते हुए संघ के मुखपत्र ने कहा कि देश की जनता को सब पता है कि कौन कितना सही है, ठाकरे ने जिस तरीके से प्रधानमंत्री मोदी को लेकर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है वो अपने आप में बहुत लज्जाजनक है। पीएम मोदी के इस अपमान का जवाब देश की जनता आगामी चुनाव में देगी। ग़ौरतलब है कि ठाकरे ने एक रैली के दौरान कहा था कि मोदी सरकार कुम्भकर्ण की नींद सो रही है। उसे कोई फर्क नहीं पड़ता देश में चाहे कुछ भी होता रहे।