कोरोना वायरस पर हर रोज़ जारी किए जाने के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन ताज़ा आँकड़ों की जानकारी दी है। इस तरह से पिछले 48 घंटों की बात करें तो देश भर में अब तक 1487 पॉजिटिव केस आ चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि एक दिन पहले 16002 लोगों की जाँच की गई। इसमें से 2 फ़ीसदी लोगों में कोरोना वायरस पॉजिटिव आए। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि देश में क़रीब एक करोड़ हाइड्रोक्साक्लोरोक्वीन टैबलेट की ज़रूरत है जबकि 3.28 करोड़ टैबलेट उपलब्ध हैं।
बता दें कि कोरोना को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन जैसे सख़्त उपाय किए जाने के बाद भी स्थिति सुधरी नहीं है। क़रीब-क़रीब हर रोज़ नये मामलों की संख्या बढ़ते ही जा रही है। माना जा रहा है कि लॉकडाउन करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए जाने से वायरस के फैलने की कड़ी टूटेगी और फिर इसको नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन फ़िलहाल ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
माना तो यह भी जा रहा है कि अब संदिग्ध लोगों की जाँच पहले से कहीं ज़्यादा लोगों की हो रही है इसलिए संख्या बढ़ रही है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि क्योंकि पहले जाँच कम हो रही थी इसलिए यह संख्या कम थी।
अमेरिका के मामले में भी शुरुआत में ऐसी ही रिपोर्ट आई थी। जनवरी के आख़िरी हफ़्ते के आसपास जब वहाँ कोरोना का पहला मामला आया था तब वहाँ भी बहुत कम पॉजिटिव केस सामने आ रहे थे। तब वहाँ भी यही तर्क दिया गया था कि जाँच कम हो रही है। लेकिन जैसे ही मार्च आते-आते ज़्यादा जाँच होने लगी तो वहाँ भी संख्या काफ़ी ज़्यादा बढ़ गई। अब अमेरिका की स्थिति ऐसी है कि वहाँ क़रीब साढ़े चार लाख पॉजिटिव केस आ चुके हैं। एक दिन पहले तो वहाँ एक दिन में 33 हज़ार से ज़्यादा नये मामले आ गए। अमेरिका में अब तक क़रीब 17 हज़ार लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया भर में 16 लाख पॉजिटिव केस आए हैं और क़रीब 97 हज़ार लोगों की मौत हो चुकी है।
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