क्या रफ़ाल सौदे को फिर से राहुल गाँधी मुद्दा बनाएँगे? क्या कांग्रेस संसद के शीतकालीन सत्र में इसे उठाने की तैयारी कर रही है? ऐसा नहीं है तो फिर रफ़ाल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट के पुनर्विचार दाचिकाएँ खारिज किए जाने के बावजूद राहुल गाँधी ने इस मुद्दे पर मोदी सरकार के ख़िलाफ़ नए सिरे से जंग का एलान क्यों कर दिया है? सुप्रीम कोर्ट से अवमानना के मामले में बरी होते ही राहुल गाँधी ने रफ़ाल ख़रीद की जाँच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की अपनी पुरानी माँग दोहराई। राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि इससे उसे बहुत ख़ुश नहीं होना चाहिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फ़ैसले में कहीं नहीं कहा कि इस मामले की जाँच नहीं हो सकती।
क्या रफ़ाल को फिर मुद्दा बनाएँगे राहुल, अकेले लड़ने की तैयारी में?
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- 15 Nov, 2019

क्या रफ़ाल सौदे को फिर से राहुल गाँधी मुद्दा बनाएँगे? क्या कांग्रेस संसद के शीतकालीन सत्र में इसे उठाने की तैयारी कर रही है? ऐसा नहीं है तो राहुल ने इस मुद्दे को फिर क्यों उठाया है?
सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आते ही तोप के गोलों की तरह बीजेपी नेताओं के बयान राहुल गाँधी पर बरसने लगे। इस बीच राहुल ने ट्वीट करके कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जोसेफ़ ने रफ़ाल मामले की जाँच के लिए बड़ा दरवाज़ा खोल दिया है। राहुल गाँधी ने कहा, 'आज सर्वोच्च अदालत ने संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत अपील करने के फ़ैसले को सही ठहराया है, सुप्रीम कोर्ट के सीमित अधिकार हैं और वह रफ़ाल मामले की जाँच नहीं कर सकती, इसलिए ही कांग्रेस ने वहाँ अपील नहीं की थी।'