loader

सोनिया ने मोदी को लिखा ख़त, कहा, ग़रीबों को 10 किलो मुफ़्त खाद्यान्न मिले

कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि सितंबर तक हर ग़रीब व्यक्ति को 10 किलोग्राम खाद्यान्न मुफ़्त दिया जाए। 

कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष ने मोदी को चिट्ठी लिख कर कहा है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत आने वाले हर आदमी को यह खाद्यान्न मिले। 

देश से और खबरें

मोदी की तारीफ

सोनिया गाँधी ने चिट्ठी में प्रधानमंत्री की इस बात पर तारीफ़ भी कि उन्होंने इस योजना में आने वाले हर आदमी को 5 किलोग्राम खाद्यान्न देने का फ़ैसला किया है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री को कुछ दूसरे सुझावों पर भी विचार करना चाहिए।
सोनिया ने ख़त में लिखा,

‘खाद्य सुरक्षा के तहत आने वाले तमाम लोगों को 10 किलोग्राम खाद्यान्न सितंबर तक दी जानी चाहिए। इन लोगों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए इन्हें यह खाद्यान मुफ़्त मिलनी चाहिए।’


कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी के ख़त का अंश

राशन कार्ड नहीं!

सोनिया ने यह भी कहा कि इन ग़रीब लोगों में कई ऐसे लोग भी होंगे जो खाद्य सुरक्षा क़ानून के तहत नहीं आते होंगे, या उनके पास राशन कार्ड नहीं होंगे, पर वे आर्थिक रूप से इतने कमज़ोर होंगे कि अपना भोजन स्वयं नहीं ख़रीद सकते, ऐसे लोगों पर भी ध्यान देने की ज़रूरत है। 

सोनिया गाँधी ने यह सुझाव भी दिया है कि अगले छह महीने तक 10 किलोग्राम मुफ़्त खाद्यान्न उन लोगों को भी दिया जाना चाहिए जो ख़ुद खाद्यान्न नहीं खरीद सकते, भले ही उनके पास राशन कार्ड न हो।
सोनिया ने लिखा, ‘मैं आपका ध्यान इस ओर खींचना चाहती हूं कि प्रवासी मज़दूरों की स्थिति बहुत ही ख़राब है और उनमें से ऐसे कई लोग हैं जिनके पास राशन कार्ड नहीं है।’
कोरोना संक्रमण उभरने के बाद सोनिया गाँधी की यह दूसरी चिट्ठी है। इसके पहले भी कांग्रेस की इस नेता ने एक चिट्ठी प्रधानमंत्री को लिखी थी, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था नया संसद भवन बनाने जैसी परियोजनाओं पर खर्च होने वाले पैसे बचा कर कोरोना से लड़ने में लगाया जाए।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें