कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ईडी के समन पर बीजेपी ने टिप्पणी की है।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि आखिर कौन सा अपराधी खुद को दोषी मानता है। जबकि कांग्रेस का कहना है ना तो वह डरेगी और ना ही झुकेगी।
नड्डा ने बुधवार को भोपाल में एक कार्यक्रम में कहा कि यह मामला भ्रष्टाचार का है और अदालत इस मामले को देख रही है और ऐसे में वह इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करेंगे।
नड्डा ने कहा कि लेकिन जब किसी के खिलाफ कोई चार्जशीट आती है तो कोई ईमानदार आदमी अदालत में इसे रद्द कराने के लिए जाता है लेकिन जो लोग ईमानदार नहीं होते वे लोग जमानत लेकर दूसरे तरह के प्रयोजन करते रहते हैं। नड्डा का सीधा इशारा सोनिया-राहुल गांधी की ही ओर था।
उन्होंने कहा कि क्या कभी ऐसा हुआ है कि किसी मुजरिम ने यह कहा हो कि वह बेईमान है, कोई अपराधी 20 साल जेल में रहने के बाद भी यही कहता है कि उसे फंसा दिया गया है।
जमानत क्यों नहीं हटवाते
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि जो लोग जमानत पर हैं, वे लोग जमानत क्यों नहीं हटवाते, अपने ऊपर लगे आरोपों को क्यों नहीं हटवाते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ना तो इंडियन रह गई है, ना नेशनल रह गई है और ना ही कांग्रेस रह गई है और यह भाई बहन की पार्टी बन गई है।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी लंदन में जाकर अपनी बात कहते हैं क्योंकि जब भारत में उन्हें सुना ही नहीं जा रहा है तो वह लंदन में ही जाकर बोलेंगे।
‘2015 में बंद हो गया था केस’
दूसरी ओर कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह केस 2015 में बंद हो गया था लेकिन सत्तारूढ़ सरकार को यह अच्छा नहीं लगा और उसने ईडी में अफसरों पर दबाव डलवाकर नया केस खुलवा दिया। उन्होंने कहा कि केस बंद होने के 7 साल बाद समन दिए जा रहे हैं और जीडीपी के आंकड़ों, बंटवारे की राजनीति और महंगाई से ध्यान हटाने के लिए ऐसा किया गया है।
सिंघवी ने कहा कि कानून का थोड़ा सा भी जानकार यह कह सकता है कि नेशनल हेराल्ड मामले में अब कोई कानूनी केस शुरू नहीं हो सकता।
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