कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ज़ोरदार हमला करते हुए कहा है कि पहले से योजना बनाए बग़ैर लॉकडाउन करने की वजह से अफरातफरी मची है और लोगों को दिक्कतें हो रही हैं।
उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा कि सबसे ज़्यादा दिक्क़तें समाज के सबसे ग़रीब और असहाय लोगों को ही हो रही हैं।
सोनिया गाँधी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए कांग्रेस कार्य समिति की बैठक की।
सड़कों पर लाखों
उन्होंने कहा, ‘यह दिल दहलाने वाली स्थिति है कि लाखों लोग भूखे-प्यासे सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल कर अपने गाँव जा रहे हैं। यह हम सबका कर्तव्य है कि हम उनके दुख को कम करें।’
सोनिया गाँधी ने कहा कि इस समय सरकार को ऐसी समग्र रणनीति बनाने की ज़रूरत है ताकि लॉकडाउन से होने वाली दिक्क़तों को कम किया जा सके।
सोनिया गाँधी ने डॉक्टरों और दूसरे स्वास्थ्य कर्मियों को पर्सनल प्रोटेक्टिव उपकरण देने की माँग की है। उन्होंने कहा :
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'पर्सनल प्रोटेक्टिव उपकरण, मसलन, हज़मत सूट, एन-95 मास्क वगैरह इन स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जाना चाहिए।'
कांग्रेस की इस नेता ने इसके साथ ही कहा कि इसी तरह वेंटीलेटर जैसे सांस लेने में मदद करने वाली मशीनें भी उन्हें दी जानी चाहिए। यह सरकार की ज़िम्मेदारी है कि संक्रमण कम किया जाए और रोकथाम के तमाम उपाय किए जाएं।
इसके पहले कोरोना वायरस के संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेसिंग के जरिये बातचीत की। इस दौरान कई अहम क़दमों को लेकर चर्चा हुई है।
इसमें कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी हिस्सा लिया। वीडियो कॉन्फ़्रेसिंग में दिल्ली, तेलंगाना आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश उत्तराखंड, मिज़ोरम, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, बिहार, त्रिपुरा सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया।
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