हिंदी को लेकर चल रहे विवाद में राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी अपना बयान जारी किया है। राउत ने कहा है कि हिंदी देश की भाषा है और पूरे देश में एक मात्र भाषा जो बोली जाती है वह हिंदी भाषा है और किसी भी भाषा का इस प्रकार का अपमान नहीं होना चाहिए।
संजय राउत ने यह बात तमिलनाडु के मंत्री के. पोनमुडी के उस बयान पर कही जिसमें मंत्री ने कहा था कि उत्तर भारत में नौकरियां नहीं हैं और वहां के कई लोग कोयंबटूर में पानी पूरी बेच रहे हैं।
संजय राउत ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को इस चुनौती को स्वीकार करना चाहिए कि सभी राज्यों में एक भाषा एक देश एक संविधान एक विधान और एक निशान होना चाहिए।
हिंदी को लेकर विवाद
हिंदी को लेकर बीते कुछ दिनों में काफी विवाद हुआ है। फिल्म अभिनेता अजय देवगन ने कहा था कि हिंदी राष्ट्रभाषा है और इसके बाद दक्षिण के कई राजनेताओं ने उनकी आलोचना की थी। जेडीएस के नेता कुमारस्वामी ने कहा था कि अजय देवगन ने बीजेपी के मुखपत्र की तरह यह बात कही है।
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा कभी नहीं थी और ना कभी होगी और उन्हें कन्नड़ होने पर गर्व है। पार्श्व गायक सोनू निगम ने कहा था कि हालांकि हिंदी देश में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है लेकिन इसे गैर हिंदी भाषी लोगों पर नहीं थोपा जा सकता है, उनके इस बयान को लेकर भी सोशल मीडिया पर काफी प्रतिक्रिया हुई थी।
इस सबसे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने अलग-अलग राज्यों के लोगों के बीच हिंदी में बातचीत करने पर जोर दिया था।
संजय राउत ने एक देश एक भाषा की बात कह कर एक तरह से अमित शाह की बात का ही समर्थन किया है।
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