प्रवासी मज़दूरों को अपने गृह राज्य ले जाने के लिए भाड़ा वसूलने के मुद्दे पर राजनीति गहराती जा रही है। रेल कर्मचारी संगठन ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फ़ेडरेशन के महासचिव ने कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी को चिट्ठी लिख कर कहा है कि वे इस पर राजनीति न करें और सुचारु रूप से चल रही व्यवस्था को छिन्न-भिन्न न करें।
एआईआरएफ़ महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने सोनिया गाँधी को ख़त लिख कर उन पर ‘ओछी राजनीति’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने इसके साथ ही पूरे विवाद को नया रंग देने की कोशिश करते हुए कहा कि रेलवे स्टेशनों पर बहुत भीड़ न एकत्रित हो जाए, इसलिए भाड़ा लिया जा रहा है।
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सोनिया को चिट्ठी
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान काम करना जोखिम भरा है, पर रेलवे कर्मचारी यह ख़तरा उठा कर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं और ज़रूरतमंद लोगों को उनके घर पहुँचा रहे हैं।उन्होंने कहा, ‘मैं आपसे गुजारिश करता हूं कि 115 विशेष ट्रेन चला कर प्रवासी मजदूरोें को घर पहुँचाने वाली व्यवस्था को तात्कालिक ओछे राजनीतिक लाभ के लिए अस्थिर न करें।’
बता दें कि भारतीय रेल ने 115 विशेष ट्रेनें चला कर जहाँ-तहाँ फँस प्रवासी मजूदरों को उनके गृह राज्य पहुँचाने का फ़ैसला किया है। इसके तहत 1 मई से ही ये ख़ास गाड़ियाँ चलाई जा रही हैं।
एआईआरएफ़ समाजवादी रुझान वाले मज़दूर संगठन हिंद मज़दूर सभा से जुड़ा हुआ है। यह सबसे बड़ा रेल कर्मचारी संगठन है। उसका इस तरह सोनिया पर हमला करना अहम है। किसी ज़माने में जॉर्ज फ़नाडिस और जय प्रकाश नारायण जैसे समाजवादी नेता इससे जुड़े हुए थे।
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