कोरोना महामारी में पीएम केयर्स फंड और उसके द्वारा देश के विभिन्न राज्यों और अस्पतालों में दिए गए वेंटिलेटर्स को लेकर पैदा हुआ विवाद पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहा है। पहले इनकी कीमतों और टेंडर पर सवाल उठे तो अब इनकी तकनीक पर। देश के अनेक प्रदेशों से  यह सवाल सामने आ रहा है कि जो वेंटिलेटर्स प्राप्त हुए हैं, उनमें से अधिकाँश चलते ही नहीं। इन वेंटिलेटर्स में सॉफ्टवेयर, प्रेशर ड्रॉप, कुछ समय बाद ख़ुद-ब-ख़ुद बंद होने जैसी शिकायतें सामने आ रही हैं।