प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात आठ बजे कोरोना वायरस के संकट पर देश को संबोधित करेंगे। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। कोरोना वायरस को लेकर उनका यह दूसरी बार संबोधन होगा। इससे पहले उन्होंने 19 मार्च को देश के नाम संबोधन किया था और इसमें उन्होंने 'जनता कर्फ्यू' का आह्वान किया था। तब से अब तक कोरोना वायरस पर स्थिति काफ़ी ज़्यादा गंभीर हो गई है। तब कुछ राज्यों में ही कोरोना वायरस के मामले आए थे, लेकिन अब इस वायरस का असर क़रीब-क़रीब देश के हर क्षेत्र में है। इसी बीच उन्होंने इस संबोधन की जानकारी उन्होंने दी।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण बातें देशवासियों के साथ साझा करूंगा। आज, 24 मार्च रात 8 बजे देश को संबोधित करूंगा।
— Narendra Modi (@narendramodi) March 24, 2020
Will address the nation at 8 PM today, 24th March 2020, on vital aspects relating to the menace of COVID-19.
कोरोना वायरस के फैलने के कारण देश के 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। यानी देश के अब 548 ज़िले पूरी तरह बंद रहेंगे। इससे पहले 19 राज्यों में पूरी तरह बंद और छह राज्यों में आंशिक बंद की घोषणा की गई थी। राज्यों में लॉकडाउन को इसलिए बढ़ाया गया है कि अब कोरोना वायरस तेज़ी से फैलने लगा है और पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 492 हो गई है। कोलकाता में एक व्यक्ति की मौत के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है।
लॉकडाउन के दौरान मेडिकल जैसी ज़रूरी सेवाओं को छोड़कर बाक़ी सभी सेवाएँ बंद रहेंगी। कोरोना वायरस के अब तेज़ी से फैलने से रोकने के लिए आज ही यानी मंगलवार आधी रात के बाद से सभी घरेलू उड़ानें भी बंद होंगी। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पहले ही रद्द किया जा चुका है।
कई राज्यों में लॉकडाउन पूरी तरह सफल नहीं होने और लोगों द्वारा नियमों का उल्लंघन किए जाने पर कर्फ्यू लगा दिया गया है। पंजाब ऐसा पहला राज्य है जिसने कर्फ्यू लगा दिया है। बाद में महाराष्ट्र में भी ऐसा ही किया गया। चंडीगढ़ में भी कर्फ्यू लागू है और सीमाओं को सील कर दिया गया है। कई दूसरे राज्य भी कर्फ्यू लगाने पर विचार कर रहे हैं।
अपने पिछले संबोधन में क्या कहा था पीएम ने
19 मार्च को अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि कोरोना वायरस से बचने के लिये प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना बेहद आवश्यक है। उन्होंने घर से ही काम करने पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था, 'मेरा सभी देशवासियों से यह आग्रह है कि जब बहुत ज़रूरी हो, तभी घर से बाहर निकलें। चाहे आपका काम बिजनेस से जुड़ा हो, ऑफ़िस से जुड़ा हो, हो सके तो घर से ही काम करें।’
मोदी ने कहा था, ‘मैं प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन माँग रहा हूँ। मैं लोगों से ‘जनता कर्फ्यू’ माँग रहा हूँ। 22 मार्च यानी रविवार को लोग अपने घरों में ही रहें। जो लोग आवश्यक सेवा से जुड़े हैं, उन्हें जाना ही पड़ेगा। लेकिन बाक़ी लोग इसका पालन करें।' तब लोगों ने 'जनता कर्फ्यू' के दिन लोग घरों में ही रहे थे।
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