लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही आज सुबह 16 मार्च को बीजेपी सांसदों और विपक्ष के जवाब देने के शोर के बीच 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई थी। संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही ठीक 2 बजे फिर शुरू हुई। सत्तारूढ़ बीजेपी के सांसद कांग्रेस नेता राहुल गांधी से माफी की मांग करने लगे। विपक्ष ने अडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग की। एक मिनट बाद ही दोनों सदनों की कार्यवाही फिर से स्थगित कर दी गई।
भारतीय लोकतंत्र की पहचान देश की संसद में अब वो सब कुछ हो रहा है जो पहले कभी नहीं हुआ। सत्ता पक्ष यानी बीजेपी सांसद पिछले चार दिनों से बजट सत्र के दूसरे हिस्से की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन वाले भाषण का मुद्दा उठाकर संसद को ठप करा रहे हैं। राहुल गांधी ने लंदन में भाषण देते हुए कहा था कि भारतीय लोकतंत्र खतरे में है। देश की संवैधानिक संस्थाएं दबाव में है। मीडिया को आजादी नहीं है। बीजेपी का कहना है कि राहुल का विदेश में दिया गया बयान देशद्रोह है। दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और 17 अन्य पार्टियां लगातार अडानी का मुद्दा उठा रही हैं, उस पर संसद की संयुक्त समिति (जेपीसी) से जांच की मांग कर रही हैं। लेकिन सरकार अडानी पर चर्चा नहीं होने दे रही है।
अडानी के मुद्दे पर 18 विपक्षी दलों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में संसद से ईडी दफ्तर तक पैदल मार्च निकालने की कोशिश की। लेकिन दिल्ली पुलिस ने 200 सांसदों के मार्च को आगे नहीं बढ़ने दिया। खड़गे ने कल इस पर टिप्पणी भी की थी कि 200 सांसदों को रोकने के लिए दो हजार पुलिसवाले तैनात थे।
इस तरह संसद में आज भी दो ही मुद्दे पर आपसी टकराव है। बीजेपी राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है, जिसके बारे में कांग्रेस साफ मना कर चुकी है। दूसरी तरफ अडानी का मुद्दा है, जिस पर सरकार की जवाबदेही साफतौर पर है लेकिन वो इस मुद्दे को संसद में उठने ही नहीं दे रही।
सरकार औऱ बीजेपी बेशक विपक्ष को संसद में नहीं बोलने दे रहे हैं लेकिन संसद के बाहर विपक्षी दलों का प्रदर्शन गुरुवार 16 मार्च को भी जारी है। इसमें आप सांसद संजय सिंह का एक पोस्टर काफी चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें उन्होंने मोदी अडानी को गिरफ्तार करने की मांग की है।
विपक्ष लाचार है। उसके पास संख्याबल नहीं है। लोकसभा में बीजेपी के पास प्रचंड बहुमत और कई दलों का समर्थन है। राज्यसभा में ही थोड़ी बहुत आवाज विपक्ष उठा पाता है लेकिन वहां उसे सभापति या उपसभापति अडानी मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं देते, क्योंकि सरकार नहीं चाहती।
लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला के पहुंचते ही सांसद वेल में आ गए। तृणमूल कांग्रेस के सांसद वेल में थे, उनके मुंह में कपड़ा बंधा हुआ था। ऐसा ही राज्यसभा में हुआ। हंगामे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि उनका माइक्रोफोन पिछले तीन दिनों से म्यूट कर दिया गया था।
बुधवार रात एक ट्वीट में, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि पिछले तीन दिनों से, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला "केवल भाजपा मंत्रियों को माइक पर बोलने की अनुमति दे रहे है।" इनके अलावा भी विपक्षी दलों के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि कार्यवाही के दौरान उनके माइक को म्यूट कर दिया गया था।
भाजपा द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ अपना हमला जारी रखने के बीच, पार्टी के वरिष्ठ नेता मनिक्कम टैगोर ने राहुल गांधी की एक तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा, "आज सुबह 11 बजे संसद में... वहां मिलते हैं अनुराग और स्मृति।"
अनुराग ठाकुर और स्मृति ईरानी दोनों ने राहुल को लंदन में उनके भाषणों के लिए कोसा है। दोनों मंत्री राहुल पर लगातार हमले कर रहे हैं।
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