नागरिकता क़ानून के विरोध और प्रदर्शन करने वाले छात्रों के समर्थन का 'सावधान इंडिया' के होस्ट रहे सुशांत सिंह के बाद अब परिणीति चोपड़ा को भी नुक़सान उठाना पड़ा है। रिपोर्टों में कहा गया है कि परिणीति चोपड़ा को हरियाणा की मनोहरलाल खट्टर सरकार ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' मुहिम के ब्रांड एंबेसेडर पद से हटा दिया है। उन्होंने जामिया मिल्लिया इसलामिया और अलीगढ़ मुलसिम विश्वविद्यालय के छात्रों के ख़िलाफ़ पुलिस कार्रवाई की आलोचना की थी। इस मामले में 'दैनिक जागरण' ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर योगेंद्र मलिक का बयान छापा है। इसमें मलिक ने यह तो कहा कि परिणीति अब प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन यह नहीं कहा है कि उन्हें कब हटाया गया।
बर्बरता का विरोध किया तो परिणीति को हरियाणा ने ब्रांड एंबेसेडर से हटाया
- देश
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- सत्य ब्यूरो
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- 21 Dec, 2019
नागरिकता क़ानून के विरोध और प्रदर्शन करने वाले छात्रों के समर्थन का अभिनेता और 'सावधान इंडिया' के होस्ट रहे सुशांत सिंह के बाद अब परिणीति चोपड़ा को भी नुक़सान उठाना पड़ा है।

हालाँकि, इस पर विवाद बढ़ने के बाद हरियाणा सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की ब्रांड एंबेसेडर के रूप में परिणीति चोपड़ा को हटाए की ख़बर (#CAA के ख़िलाफ़ ट्वीट करने के लिए) ग़लत, आधारहीन और दुर्भावनापूर्ण है। उन्होंने कहा है कि एमओयू (समझौता) 1 साल के लिए अप्रैल, 2017 तक था, इसके बाद एमओयू का नवीनीकरण नहीं किया गया।
- Protest against CAB
- Citizenship Amendment Act
- Parineeti Chopra