यह बहुत पुराना तरीका है कि जब हिसाब को मिलान नहीं हो पाता तो लोग गणित पर सवाल उठाने लगते हैं। इस समय भारत सरकार के संस्थान और विश्व स्वास्थ्य संगठन एक दूसरे के गणित पर सवाल उठा रहे हैं। सरकार के स्वास्थ्य और सांख्यिकीय विशेषज्ञ जब कोविड से होने वाली मौतों की संख्या गिनने बैठते हैं तो आंकड़ा साढ़े चार लाख से थोड़ा उपर जाकर रुक जाता है। जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि भारत में महामारी ने 47 लाख से भी ज्यादा लोगों की जान ली थी। पांच मई को संगठन ने जब ये आंकड़े जारी किए तबसे दोनों के बीच विवाद लगातार गर्म हो रहा है।