मतगणना में तमाम एग्ज़िट पोल ग़लत साबित होते दिख रहे हैं और इसमें कांग्रेस को इस बार काफी फायदा होता दिख रहा है। कांग्रेस क़रीब 100 सीटें जीतती दिख रही है। यह इसके पिछले लोकसभा चुनाव में जीती सीटों से दोगुनी से कुछ ही कम है, जबकि 2014 में पार्टी द्वारा जीती गई सीटों से यह दोगुनी से ज़्यादा है।
मंगलवार दोपहर पौने दो बजे तक कांग्रेस 96 सीटों पर आगे थी। इस समय तक इंडिया गठबंधन 227 सीटों पर आगे चल रहा था, जबकि एनडीए गठबंधन 298 सीटों पर आगे था। बीजेपी अकेले अपने दम पर सरकार बनाती नहीं दिख रही है।
हालाँकि एग्ज़िट पोल में साफ़ तौर पर बीजेपी को अकेले दम पर बहुमत मिलते दिखाया गया था। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए को 361-401, इंडिया को 131-166 और अन्य को 8-20 सीटें मिलने का अनुमान बताया गया। इंडिया न्यूज़-डी-डायनामिक्स के अनुसार एनडीए को 371, इंडिया को 125 और अन्य को 47, रिपब्लिक भारत-मैट्रिज़ के अनुसार एनडीए को 353-368, इंडिया को 118-133 और अन्य को 43-48 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी। न्यूज नेशन के सर्वे में एनडीए को 342 से 378 सीटें और इंडिया गठबंधन को 153 से 169 और अन्य को 21 से 23 सीटें मिलने के आसार बताए गए थे।
बहरहाल, कांग्रेस इस बार अपना प्रदर्शन सुधारती दिख रही है। 2014 में कांग्रेस ने 'मोदी लहर' के सामने 162 सीटें हार गई थी और उसका वोट क़रीब साढ़े नौ प्रतिशत कम हो गया था। भाजपा ने 10 साल पहले इन राज्यों में जीत दर्ज की थी और अपने दम पर 282 सीटें जीतीं। एनडीए ने देश की 543 सीटों में से 336 सीटें जीती थीं।
2014 के पांच साल बाद 2019 में भाजपा ने अपने दम पर 303 और सहयोगियों के साथ 353 सीटें जीतकर और भी आगे निकल गई थी। पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 74, बिहार में 39 और मध्य प्रदेश में 28 सीटें जीतीं। इसने गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में से 77 सीटें जीती थीं। छत्तीसगढ़ की नौ और झारखंड की 11 सीटों को जोड़ दें तो भाजपा ने इस क्षेत्र से 238 सीटें हासिल कीं।
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