भगोड़ा ज्वैलरी कारोबारी मेहुल चोकसी को देश वापस कैसे लाया जाएगा? यह सवाल आम लोगों के मन में है और यही सवाल चोकसी को वापस लाने भारत से डोमिनिका गई टीम के सामने भी होगा। ऐसा इसलिए कि मीडिया में सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि वह टीम फ़िलहाल खाली हाथ लौट रही है। यानी मेहुल चोकसी के बिना ही वह टीम भारत वापस आ रही है जिसके डोमिनिका में जाने पर मुख्यधारा के मीडिया में ऐसे पेश किया गया मानो वह अब भारत के हाथ लग ही गया है! कुछ रिपोर्टों में तो कहा गया है कि वह टीम क़तर एयरवेज के स्पेशल प्राइवेट जेट से चोकसी को लाने गई थी। तो सवाल है कि जब टीम इतनी बड़ी तैयारी से गई थी, इतना खर्चीला अभियान था, मुख्यधारा के मीडिया में उसको वापस लाने का शोर भी था तो क्या उसका कोई आधार भी था? क्या उस टीम को क़ानूनी चुनौतियों के बारे में पता नहीं था या फिर वह इस विश्वास से गई थी कि वहीं जाकर सबकुछ अपने हिसाब से व्यवस्था कर चोकसी को वापस लाया जाएगा? कहीं भारत में लोगों को दूसरे मुद्दों से भटकाने के लिए यह एक ऐसी ख़बर भर तो नहीं थी जिसे जबरन ज़्यादा उछाला गया?