उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि लोकतंत्र के मंदिरों में व्यवधान और हंगामे को राजनीतिक रणनीति के रूप में हथियार नहीं बनाया जा सकता है। उनकी यह टिप्पणी मणिपुर में जातीय हिंसा को लेकर संसद के मानसून सत्र में गतिरोध बने रहने के बाद आई।