भारत पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान किससे ख़रीदेगा? प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका यात्रा पर हैं तो यह सवाल और भी अहम हो जाता है। खासकर तब और भी, जब पीएम यात्रा के बीच ही रूस ने 'गोल्डन डील' की पेशकश कर दी है। पाँचवीं पीढ़ी के विमान को बेचने के लिए फ्रांस भी कतार में है। तो सवाल है कि भारत अब लड़ाकू विमान किससे ख़रीदेगा?
भारत लड़ाकू विमान अमेरिका, रूस या फ्रांस से खरीदेगा, ट्रंप का दबाव तो नहीं?
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- 13 Feb, 2025
क्या भारत अमेरिका, रूस या फ्रांस से नए लड़ाकू विमान खरीदेगा? क्या ट्रंप भारत पर कोई दबाव बना रहे हैं? जानिए इस रक्षा सौदे की पूरी सच्चाई और संभावित रणनीति।

यह सवाल इसलिए कि पीएम मोदी की यात्रा के दौरान अमेरिका से रक्षा उपकरणों की खरीद का सौदा होने की संभावना है। रिपोर्ट है कि भारत अमेरिका से 31 ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया में है, जिसकी क़ीमत लगभग 4 बिलियन डॉलर है। भारत ने 114 लड़ाकू विमानों के लिए निविदा जारी की है। पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान अपेक्षित प्रमुख चर्चाओं में से एक भारत को एफ़-35 लड़ाकू विमान बेचने की अमेरिकी पेशकश होगी। यह ऐसे समय में हो रहा है जब भारत फ्रांसीसी राफेल जेट के साथ अपनी वायु सेना को मजबूत कर रहा है। भारत और अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास, प्रौद्योगिकी-साझाकरण समझौते और उन्नत अमेरिकी रक्षा उपकरणों की खरीद पर चर्चा होने की संभावना है।