देश और दुनिया को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का `आभारी’ होना चाहिए कि उन्होंने उस गुजरात की धरती से ऐसी प्रतिभाओं को जन्म दिया जिनमें से एक कहता है कि सन् 1982 में बन कर आई रिचर्ड एटनबरो की फिल्म `गांधी’ से पहले उनको दुनिया जानती ही नहीं थी। दूसरी प्रतिभा ने कुछ वर्षों पहले कहा था कि गांधी एक चतुर बनिया था। ध्यान देने की बात है कि यह वही गुजरात की धरती है जिसने उन्नीसवीं सदी में मोहनदास कर्मचंद गांधी और वल्लभभाई पटेल जैसे रत्नों को जन्म दिया था।