प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री मांगने पर अब आरटीआई के उद्देश्य पर ही सवाल क्यों खड़े किए जा रहे हैं? दिल्ली विश्वविद्यालय ने सोमवार को कहा है कि आरटीआई का उद्देश्य किसी तीसरे पक्ष की जिज्ञासा को शांत करना नहीं है। यूनिवर्सिटी की ओर से यह दलील इसलिए दी गई है क्योंकि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री के बारे में सूचना के खुलासे पर केंद्रीय सूचना आयोग के आदेश को चुनौती दी है।
पीएम की डिग्री मांगी तो आरटीआई के मक़सद पर सवाल खड़े क्यों कर दिए?
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- 14 Jan, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने जिस वर्ष 1978 में डीयू की परीक्षा पास की थी उस वर्ष की जानकारी आरटीआई से क्यों मांगी जा रही है? क्या यह जानकारी मांगना अवैध है? आख़िर आरटीआई का उद्देश्य क्या है?

प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय ने क्या पूरी दलील दी है और अदालत में यह मामला कैसे पहुँच गया, यह जानने से पहले यह जान लें कि आख़िर आरटीआई का मक़सद क्या बताया गया है और पीएम की डिग्री को लेकर क्या विवाद है।