मुंबई के नज़दीक समुद्र में ओएनजीसी के एक बजरे के डूब जाने से 26 लोगों की मौत हो गई है, 53 लोग अभी भी लापता हैं। इस बजरे पर 261 लोग थे और यह समुद्री तूफ़ान तौकताए की चपेट में आकर डूब गया।
राहत व बचाव कार्य में गया नौसेना का युद्ध पोत 186 लोगों को लेकर मुंबई के तट पर पहुँच गया है। एक दूसरे बजरे से 35 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
कैप्टन सिकेरा ने कहा कि समुद्री तूफ़ान जब मुंबई से गुजर रहा था, नौसेना की टीम वहाँ पहुच गई और लोगों के बचाव व राहत काम में लग गई।
नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा समुद्र में 20-25 फीट ऊँची लहरें उठ रही थीं और हवा की रफ़्तार बहुत ही तेज थी।
बता दें कि महाराष्ट्र में सोमवार सुबह से ही चक्रवाती तूफ़ान का असर दिखा। एयरपोर्ट पर सुबह से ही सेवाएँ प्रभावित होने की घोषणा बार-बार की जाती रही। राज्य में भारी बारिश भी हुई। मुंबई के कई क्षेत्रों में पानी भर गया और कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए। कई क्षेत्रों में बिजली के पोल गिर गए।
इस समुद्री तूफान से मंगलवार तक महाराष्ट्र में कम से कम 6 लोगों की मौत हो चुकी थी। गुजरात में एहतियात के तौर पर सेना को बचाव कार्य के लिए लगाया गया था। इससे पहले मुंबई के एयरपोर्ट पर भी सेवाएँ प्रभावित हुई थीं।
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