भारत की सियासत में तहलका मचा चुके पेगासस स्पाईवेयर जासूसी के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक़, गिरफ़्तारी से पहले एक्टिविस्ट रोना विल्सन के फ़ोन की भी जासूसी की गई थी। वाशिंगटन पोस्ट ने यह रिपोर्ट एमनेस्टी इंटरनेशनल सिक्योरिटी लैब के एक विश्लेषण के आधार पर छापी है।
पेगासस जासूसी मामला: रोना विल्सन के फ़ोन की भी हुई थी जासूसी
- देश
- |
- |
- 18 Dec, 2021
क्या एक्टिविस्ट रोना विल्सन के फ़ोन की भी जासूसी की गई थी? क्या पेगासस जासूसी का मामला फिर से सरकार के लिए मुसीबत बनेगा?

इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद एक बार फिर पेगासस स्पाईवेयर से जासूसी किए जाने का मामला सिर उठा सकता है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल के विश्लेषण से सामने आया है कि रोना विल्सन के iPhone 6s के दो बैकअप से इस बात का पता चला है कि पेगासस स्पाईवेयर से उनके फ़ोन की जासूसी हुई थी। रोना विल्सन जून, 2018 से ही आतंकवाद के आरोपों में जेल में बंद हैं।