बिहार विधानसभा चुनाव के लिए काफी दिनों से आज-कल होते-होते मंगलवार को एनडीए के बीच सीटों का बंटवारा हो सका। यह बंटवारा एकदम नये फ़ॉर्मूले- जेडीयू प्लस और बीजेपी प्लस से हुआ।
बिहार एनडीए में नया फाॅर्मूला- जेडीयू प्लस-बीजेपी प्लस, क्या जीत दिला पाएगा?
- बिहार
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- समी अहमद
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- 6 Oct, 2020


समी अहमद
सीट बंटवारे की घोषणा के लिए आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेन्स के दौरान बीजेपी नेता और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने महत्वपूर्ण बात यह कही कि बस चार दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ़ोटो का प्रयोग चुनाव प्रचार के लिए कर सकेंगे, क्योंकि ये दल एनडीए में शामिल हैं। यानी एलजेपी के नेता प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा अपने भाषणों में तो कर सकेंगे लेकिन अपनी पार्टी के पोस्टरों में यह करना उनके लिए मुश्किल हो गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए काफी दिनों से आज-कल होते-होते मंगलवार को एनडीए के बीच सीटों का बंटवारा हो सका। यह बंटवारा एकदम नये फ़ॉर्मूले- जेडीयू प्लस और बीजेपी प्लस से हुआ। बीजेपी प्लस में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के शामिल होने से किसी को आश्चर्य इसलिए नहीं हुआ क्योंकि महागठबंधन से बाहर आने के बाद वीआईपी की बातचीत बीजेपी से होने की चर्चा जोरों पर थी। वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी महज तीन दिन पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर हुई प्रेस कॉन्फ्रेन्स के वक्त वहां मौजूद थे। उनकी मांग थी 25 सीट और उपमुख्यमंत्री का पद। लेकिन इस पर बात नहीं बन सकी। अब यह साफ हो गया है कि वीआईपी को 6-7 सीट से अधिक नहीं मिलने वाली। तो क्या वीआईपी महागठबंधन में प्लांट की गयी पार्टी थी?