पटना के मोकामा स्थित नाजरथ हॉस्पिटल सोसाइटी द्वारा संचालित शेल्टर होम से ग़ायब सात में से छह लड़कियों को 24 घंटों के अंदर बरामद कर बिहार पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है। लेकिन किन कारणों से शेल्टर होम में रह रही लड़कियाँ भागीं या भगायी गईं, इसका ख़ुलासा अभी बाक़ी है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शेल्टर होम में कार्यरत दो कर्मचारियों की भूमिका इस मामले में काफ़ी संदेहास्पद है। इन दोनों कर्मियों की वहाँ रह रही कुछ लड़कियों से अंतरंग संबंध स्थापित हो गए थे। यही कारण है कि भेद खुलने के डर से किसी भी पुलिस अधिकारी या पुलिसकर्मी को शेल्टर होम के अन्दर जाने नहीं दिया जाता था। जबकि इन्हीं पुरुष एवं महिला पुलिसकर्मियों पर शेल्टर होम की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी थी।