प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक विस्तृत साक्षात्कार दिया जो एक दिन पहले रविवार को सार्वजनिक हुआ। आमतौर पर पारंपरिक मीडिया से दूरी बनाए रखने वाले पीएम मोदी का यह क़दम कई सवाल खड़े करता है। क्या वह अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि को चमकाना चाहते हैं या भारत की विदेश नीति को मज़बूत करने की कोशिश कर रहे हैं? क्या बदलते विश्व व्यवस्था में वह खुद को पोजिशन कर रहे हैं या भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करना चाहते हैं? 'टैरिफ़ वार' के इस उथल-पुथल के दौर में ट्रंप की तारीफ़, भारत-चीन संबंधों पर बयान और यूएन जैसी संस्थाओं को अप्रासंगिक बताने जैसे उनके विचारों के पीछे क्या मक़सद है? आइए, इस साक्षात्कार के मायने को समझें।