सरकारें झूठ पहले भी बोलती थीं लेकिन तब झूठ पकडे जाने पर उन्हें शर्म आती थी और कई साल तक वह झूठ नहीं परोसती थीं. मोदी गवर्नेंस ने झूठ बोलने को “परफेक्शन” के मकाम पर पहुँचाया और आज कार्यपालिका के शीर्ष पर बैठा व्यक्ति हो या राज्य का भाजपी सीएम झूठ नहीं बोलते हैं, बल्कि सफ़ेद झूठ बोलते हाँ, लगातार बोलते हैं और पकडे जाने पर भी और बेशर्मी से बोलते हैं.
मोदी सरकार के आंकड़ों से लोगों का भरोसा क्यों उठ रहा है
- विश्लेषण
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- 29 Mar, 2025
चुनाव आते ही मोदी सरकार अपना रोजगार देने का झूठ परोस देती है। विज्ञापन देकर बताया जा रहा है कि कैसे मोदी सरकार और हरियाणा सरकार ने पिछले 10 वर्षों में लाखों लोगों को रोजगार दिया है। लेकिन राहुल गांधी ने एक वीडियो पेश कर बता दिया कि सरकार हरियाणा के मामले में किस तरह झूठ बोल रही है। बेरोजगारी हर चुनाव में मुद्दा होता है। लेकिन आम जनता के लिए अब यह मुद्दा इतना सामान्य हो गया है कि वो इसे हल्के में लेने लगे हैं।
