संसदीय लोकतंत्र को हिंदू लोकतंत्र में बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परशुराम जैसा व्यवहार कर रहे हैं। जिस तरह से परशुराम ने बार बार क्षत्रियों का विनाश करके और उनकी जमीन को देवताओं को दे दिया था उसी तरह से मोदी बार बार विपक्षी दलों को परास्त करके उनके राज को भाजपा को सौंप देना चाहते हैं। जिस तरह से उन्होंने राहुल गांधी को बालक बुद्धि कहा और उसे क्षमा करने की बजाय उस पर कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया वह उनके क्रोध और हिंसक स्वभाव का द्योतक है।