यह नहीं कहा जा सकता कि डॉ मनमोहन सिंह अचानक इस दुनिया से चले गए। उन्होंने 92 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कहा। भरपूर आयु पाई और अपने जीवन को सार्थक और श्रेष्ठतम बनाकर बेहतरीन पारी खेली। उनके जीवन के सामने यह आकांक्षा निठल्ली ही लगती है कि काश! वे अपनी आयु का शतक जड़ पाते। हालांकि दुनिया में मृत्यु को पीछे ठेलने के प्रयास चल रहे हैं और उनको नाते अगर खुशी है तो आशंका भी है कि अगर युवाओं की संख्या कम होगी तो वृद्धों को पालेगा कौन।