भारतीय जनता पार्टी में वाजपेयी-आडवाणी का युग खत्म होने और मोदी-शाह का युग शुरू होने के बाद कई चीजें बदली हैं। लेकिन वाजपेयी-आडवाणी के दौर के कई सूबेदार यानी प्रादेशिक क्षत्रप आज भी चुनाव के लिहाज से पार्टी के लिए अपनी प्रासंगिकता और जरूरत बनाए हुए हैं। मोदी-शाह चाह कर भी इन क्षत्रपों को किनारे नहीं कर पाए हैं। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान में वसुंधरा राजे, कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा, झारखंड में बाबूलाल मरांडी और बिहार में सुशील कुमार मोदी ऐसे ही क्षत्रपों की श्रेणी में आते हैं।