ब्रिटेन में लेबर पार्टी ने 650 सदस्यीय संसद में 403 सीटें जीतीं और भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की अगुआई वाली कंजर्वेटिव पार्टी के 14 साल के शासन को समाप्त कर दिया। ब्रिटेन की जनसंख्या छह करोड़ सत्तर लाख है, जिसमें 18 लाख भारतीय मूल के नागरिक शामिल हैं , जो चुनावी नतीजों को प्रभावित करने में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। ब्रिटिश-हिंदू समुदाय , ब्रिटेन का तीसरा सबसे बड़ा धार्मिक समूह, अपनी राजनीतिक आवाज़ को पहले से कहीं ज़्यादा मज़बूती से उठा रहा है और यहाँ तक कि उसने एक 'हिंदू घोषणापत्र' भी जारी कर अपने उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में उतारे थे।
ब्रिटेन के आम चुनाव में भारत का प्रभाव
- विश्लेषण
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- 6 Jul, 2024

ब्रिटेन के आम चुनाव में ऋषि सुनक की पार्टी न सिर्फ सत्ता से बाहर हुई, बल्कि उसे वहां की जनता ने अच्छी तरह ठिकाने लगा दिया। जाहिर सी बात है कि भारत के कुछ लोगों को भारतीय मूल के ब्रिटिश पीएम के हारने से कुछ तो अफसोस तो जरूर हुआ होगा। ब्रिटेन में जिस तरह से भारतीय मूल के लोग बड़ी भूमिका में हैं, उसने भारतीय उम्मीदों को बढ़ा दिया है। राजीव कुमार श्रीवास्तव ब्रिटेन के चुनाव का विश्लेषण अपने ढंग से कर रहे हैं। जानिएः