भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अंदरूनी हलकों में इन दिनों यह चर्चा ज़ोरों पर है कि अगले साल बीजेपी और उसके गठबंधन यानी एनडीए को राज्यसभा में बहुमत हासिल हो जाएगा और उसके बाद केंद्र सरकार जनसंख्या नियंत्रण का क़ानून लाएगी और समान नागरिक संहिता संबंधी क़ानून भी पारित कराया जाएगा।