भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अंदरूनी हलकों में इन दिनों यह चर्चा ज़ोरों पर है कि अगले साल बीजेपी और उसके गठबंधन यानी एनडीए को राज्यसभा में बहुमत हासिल हो जाएगा और उसके बाद केंद्र सरकार जनसंख्या नियंत्रण का क़ानून लाएगी और समान नागरिक संहिता संबंधी क़ानून भी पारित कराया जाएगा।

अगले साल होने वाले राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की सीटें बढलने के बजाय कम हो सकती है।
बीजेपी और आरएसएस के समर्थकों की ओर से यही दावा सोशल मीडिया में भी किया जा रहा है। लेकिन हक़ीक़त यह है कि अगले साल होने वाले राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की सीटें बढलने के बजाय कम हो सकती है।