कोरोना महामारी के भयावह काल में जब लोग अपनी जिंदगी बचाने के लिए सरकारी टीकाकरण केन्द्रों पर लम्बी- लम्बी कतारें लगाये अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे, राज्य का स्वास्थ्य महकमा इसके प्रबंधन के लिए आवंटित करोड़ों की धनराशि ठिकाने लगाने में जुटा था। कोविड -19 टीकाकरण अभियान के लगभग चार साल बाद यह सनसनीखेज खुलासा एक आरटीआई से हुआ है।