ख़ाशोगी उस दिन अपने विवाह के सिलसिलें में कुछ काग़ज़ लेने कौंसुलेट गये थे, उसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चला। उनके कौंसुलेट के भीतर जाने का सीसीटीवी फ़ुटेज तो है, लेकिन बाहर निकलने का कोई फ़ुटेज अब तक सामने नहीं आया है। 
इस टेप को सुनने वाले अधिकारियों ने बताया कि ख़ाशोगी को कौंसल-जनरल के कक्ष से घसीट कर बग़ल के कमरे में उनके स्टडी टेबल पर ले जाया गया। ख़ाशोगी की चीख़ें निचली मंज़िल तक पहुँच रही थीं, यह बात कौंसुलेट में उस समय मौजूद एक सूत्र ने बतायी। 

जाँच अधिकारियों का कहना है कि उसके बाद कौंसल-जनरल को भी वहाँ से बाहर भेज दिया गया। ख़ाशोगी से वहाँ किसी तरह की कोई पूछताछ नहीं की गयी। दरअसल, हत्यारे तो वहाँ सिर्फ़ ख़ाशोगी की हत्या के मक़सद से ही आये थे।