विपक्षी गठबंधन का नामकरण हो गया है। इंडिया।और इसके साथ ही मानो धर्मयुद्ध भी छिड़ गया है। एक अकेला सबपर भारी वाला एनडीए 38 पार्टियां जुटा लाया है जबकि विपक्ष के इंडिया में 26 पार्टियां ही हैं। सवाल है कि फिर मोदी की बीजेपी और उनके समर्थक विपक्ष के इंडिया के पीछे क्यों पड़े हैं?