अमेरिकी ग़ैर-सरकारी संगठन की एक रिपोर्ट आई है कि लोकतांत्रिक मूल्यों व आज़ादी सूचकांक में भारत फिसल गया है। किस वजह से भारत की ख़राब हुई स्थिति? क्या सरकार के कामकाज, इसकी पारदर्शिता, क़ानून व्यवस्था, बहुलतावाद और आस्था व अभिव्यक्ति की आज़ादी के मामले में गिरावट आई है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।