हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमूला को कतिपय भाजपा-आरएसएस नेताओं के दबाव पर निकाला गया था। पुलिस ने उसकी जांच न करके रोहित वेमुला दलित नहीं थे, इस पर अपनी जांच रिपोर्ट दी है। इस मानसिकता को आसानी से रोहित वेमुला की उस चिट्ठी से समझा जा सकता है। रोहित वेमुला कितने काबिल थे, आप इस चिट्ठी को पढ़कर समझ सकते हैं। रोहित वेमुला की खुदकुशी को जिस तरह से फर्जी राष्ट्रवादी अब मुद्दा बना रहे हैं वो भयानक है। पढ़िए चिट्ठीः