दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के चुनाव का नतीजा रुका हुआ है। लेकिन इस बहाने छात्र राजनीति पर बात नहीं हो रही है। यह मौका था, जब इस पर बात होती। जेएनयू में भी छात्रसंघ के चुनाव होते रहे हैं। वहां भी वामपंथी छात्र संगठनों के अलावा एनएसयूआई और एबीवीपी सक्रिय रहते हैं। लेकिन जिस तरह का चुनाव जेएनयू में होता है, वैसा चुनाव यही दोनों छात्र संगठन यानी एबीवीपी और एनएययूआई दिल्ली यूनिवर्सिटी में क्यों नही लड़ते। स्तंभकार अपूर्वानंद दोनों विश्वविद्यालयों की छात्र राजनीति का अर्थ बता रहे हैं।