स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, 23 जुलाई को बजट की घोषणा के समय एफपीआई ने 2,975 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची और फिर 24 जुलाई को 5,130 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। और फिर गुरुवार को 2,605 करोड़ रुपये मार्केट से निकाले। ये आंकड़े बहुत कुछ कहते हैं, जानिएः
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को कोरोना होने की खबर से शेयर बाज़ार को झटका लगा और सोने में उछाल आ गया। उधर दिग्गज निवेशक जिम रोजर्स ने चेताया है कि बाज़ार में एक बम जैसा हाल बन रहा है जो कभी भी फट सकता है। क्या है रास्ता और क्या असर हो सकता है भारत के बाज़ारों में?