साहित्य के लिए 2022 कैसा रहा? सुर्खियों में साहित्यकार गीतांजलिश्री रहीं तो सलमान रुश्दी भी रहे। कोरोना काल के बाद साहित्य की दुनिया में फिर से क्या उस तरह की हलचल हुई जैसी कोरोना से पहले हुआ करती थी?
सलमान रुश्दी पर हमले के समय जब पूरी दुनिया प्रतिक्रिया दे रही थी तब भारत की ओर से ऐसी कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं आई थी? जानिए अब विदेश मंत्रालय ने क्या कहा।
लेखक सलमान रुश्दी की हालत में मामूली सुधार हुआ है। उनका वेंटिलेटर हट गया है। वो अब बातें भी कर रहे हैं। इस बीच आरोपी हमलावर ने कहा है कि वो दोषी नहीं है।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। RSS ने जारी किया मोहन भागवत का तिरंगा फहराने वाला वीडियो। वेंटिलेटर पर ही हैं कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव।
लेखक सलमान रुश्दी की मशहूर किताबों का जिक्र जब होता है तो समीक्षक बताते हैं कि उनमें जिन्दगी के हर लम्हे को बहुत बारीकी से पेश किया गया है। महत्वपूर्ण यह है कि लेखक खुद को उन लम्हों से जोड़कर अपनी बात कहता है। रुश्दी की लेखन शैली अद्भुत है।
सलमान रुश्दी कोई सामान्य लेखक नहीं हैं। उनका काम बोलता है। वो अभिव्यक्ति की आजादी के कट्टर समर्थक हैं। पेन नामक संस्था ने बताया कि शुक्रवार सुबह ही उन्होंने एक ईमेल कर यूक्रेन के लेखकों को न्यूयॉर्क में लाने का इंतजाम करने को कहा था, ताकि उन्हें बचाया जा सके।
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में ख्यात लेखक सलमान रुश्दी पर क्यों हमला किया गया? क्या इस हमले का उनकी उस किताब से कुछ लेना देना है जिसे दशकों पहले ईरान में प्रतिबंधित कर दिया गया था?
सलमान रुश्दी, मार्गरेट एटवुड जैसे 250 से ज़्यादा लेखकों ने आतिश तासीर की ओवरसीज़ सिटिज़न ऑफ़ इंडिया यानी ओसीआई रद्द करने के मामले में प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है।