साक्षी मिश्रा और उनके दलित पति अजितेश के एंगल से कहानी को समझें तो यह साफ़ हो जाता है कि दोनों का ही मक़सद ख़ुद को किसी अनहोनी से बचा कर सुरक्षित ढंग से अपने प्रेम विवाह को जीने का है। साक्षी मिश्रा की कहानी में आख़िर मेरा-आपका रोल क्या है?
साक्षी अजितेश के विवाह ने पूरे देश में भूचाल क्यों ला दिया है। क्या बच्चों को ख़ुद की मर्जी से शादी करने का अधिकार नहीं है? क्या समाज ऐसे ही जातियों जकड़ा रहेगा? ऐसी घटनाएँ बार-बार क्यों होती हैं? देखिए शीतल के सवाल में वरिष्ठ पत्रकार शम्भू नाथ शुक्ल के साथ आज के हालात पर चर्चा।