कर्नाटक में जिस तरह धार्मिक ध्रुवीकरण कराकर चुनाव का रुख मोड़ा गया है, उससे चुनाव आयोग की गाइडलाइंस और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ गई हैं। इसके बावजूद दोनों संवैधानिक संस्थाएं चुप हैं। जानिए पूरी कहानीः
पश्चिम बंगाल में रामनवमी पर हिंसा का इतिहास बहुत पुराना नहीं है। अभी तक यहां के लोग दुर्गा पूजा पर होने वाली राजनीति से वाकिफ थे लेकिन 2014 के बाद से जिस तरह रामनवमी जुलूसों में तलवार और अन्य हथियार लहराए जाने लगे, उसने बंगाल की पूरी राजनीति को प्रभावित कर दिया है।
देश में जब तब शहरों, ऐतिहासिक इमारतों, सड़कों के नाम बदले जा रहे हैं, लेकिन अब 'विदेशी आक्रांताओं' द्वारा किए गए सभी नामकरणों को बदलने की मांग की गई। जानिए, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा।
एक महान देश का प्रधानमंत्री अपनी पहचान के लिए मंदिरों और आरतियों पर निर्भर है। मोदी की पहचान बताने के लिए एक केंद्रीय मंत्री ने उनके धर्म को चुना। दूसरी तरफ महाकवि दिनकर ने भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू की जो पहचान बताई वो आप जानिए वरिष्ठ पत्रकार वंदिता मिश्रा के इस लेख से।
ब्रिटेन में एक हिन्दू के प्रधानमंत्री बनने पर भारत में मुस्लिम पीएम पर बहस शुरू हो गई है। पढ़िए इस दिलचस्प बहस को। जिसे कई जाने-माने पत्रकारों और नेताओं ने भी आगे बढ़ाया है।
पाँच राज्यों में चुनाव से पहले राजनीति में धर्म के प्रभाव को लेकर चर्चा। द विजय त्रिवेदी शो। Satya Hindi। Role of religion politics in assembly elections of 5 states.