हाथरस में भगदड़ से 121 लोगों की मौत के बाद यूपी सरकार और उसका प्रशासन लकीर पीट रहे हैं। इस सारे मामले में पीड़ित तक कह रहे हैं कि कथित भोले बाबा पर एफआईआर होना चाहिए क्योंकि भगदड़ उसी की वजह से मची। पीड़ितों की बात कोई सुनने वाला नहीं है। भारत में तमाम बाबाओं के धंधे की पोल समय-समय पर खुलती रही है। लेकिन उनमें कानून का भय कहीं नजर नहीं आता। स्तंभकार वंदिता मिश्रा ने हाथरस कांड पर नजर डाली है, पढ़िएः