रवीश कुमार कहते हैं कि जब उन्हें पहली बार रिपोर्टिंग की ज़िम्मेदारी दी गई तो वह डर गए थे। रिपोर्टिंग से क्यों डर लगता था उन्हें? लेकिन जिस चीज़ से डरते थे उसी को ताक़त बना कर वह रवीश कुमार बन गए।
पत्रकार रवीश कुमार रेमन मैगसेसे पुरस्कार के विजेता हैं। एक समय पैसे नहीं थे तो चिट्ठी छाँटने का काम शुरू किया था। वही चिट्ठी छाँटने वाले रवीश कैसे बन गए मैगसेसे विजेता? जानिए, रवीश कुमार के ऐसे ही अनछुए पहलुओं को। देखिए सत्य हिंदी पर रवीश कुमार के साथ आशुतोष और शीतल पी सिंह की विशेष बातचीत।
एनडीटीवी इंडिया के मैनेजिंग एडिटर रवीश कुमार को वर्ष 2019 के रैमॉन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। रवीश की पत्रकारिता एंटी-इस्टैबलिशमेंट रही है।