कांग्रेस पार्टी ने बिहार के अध्यक्ष के रूप में राजेश कुमार की नियुक्ति करके एक साहसिक कदम उठाया है, जो दलित मतदाताओं के साथ फिर से जुड़ने के उसके इरादे को दर्शाता है। लेकिन क्या यह फैसला बिहार के राजनीतिक परिदृश्य को हिलाने के लिए पर्याप्त है?
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष पद पर राजेश कुमार की नियुक्ति का असर महागठबंधन पर भी पड़ेगा और संकेत सकारात्मक हैं। वरिष्ठ पत्रकार समी अहमद इस केमिस्ट्री को समझा रहे हैं। बिहार की राजनीति जानिएः
कांग्रेस ने दलित नेता और विधायक राजेश कुमार को अखिलेश प्रसाद सिंह की जगह बिहार पीसीसी अध्यक्ष नियुक्त किया है। विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में यह बदलाव रणनीतिक है। कन्हैया कुमार की यात्रा के बाद यह दूसरा बड़ा बदलाव है।