रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में तेल की बढ़ती बिक्री से रूस के बैंकों में रुपये का "महत्वपूर्ण स्टोर" जमा हो गया। रूस ने उसी पैसे से युद्ध संबंधी सामान भारत से खरीदे हैं। हालांकि युद्ध सामान में भारत के मुकाबले रूस ज्यादा सक्षम है लेकिन एक तरह से भारत को फायदा पहुंचाने के लिए इस योजना को लागू किया गया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर रूस की पांच दिन की यात्रा पर हैं। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की। व्लादिमीर पुतिन ने एस जयशंकर से कहा, "हमें अपने मित्र पीएम मोदी को रूस में देखकर खुशी होगी।"