यूजीसी ने देश की हायर एजुकेशन वाली संस्थाओं में ऐसे प्रोफेसरों की भर्ती का रास्ता चार साल के लिए साफ कर दिया है, जिनके पास पीएचडी की डिग्री नहीं है। उसके लिए न्यूनतम शर्त यह है कि वो शख्स अपने विषय का एक्सपर्ट होना चाहिए। प्रोफेसरों की यह भर्ती ठीक उन्हीं अग्निवीरों के पैटर्न पर आधारित है जिन्हें सेना में चार साल की भर्ती के बाद रिटायर कर दिया जाएगा।