मणिपुर के इंफाल घाटी के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा की ख़बर है। जानिए, भीड़ ने बीजेपी विधायकों और मुख्यमंत्री के आवास को निशाना बनाने की कोशिश क्यों की।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट कहती है कि पिछले साल 3 मई को, मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच लंबे समय से चला आ रहा तनाव हिंसा में बदल गया था। जिसमें तीन दिनों में कम से कम 52 लोगों की जान चली गई थी।