अदालतों में ईमानदारी और पारदर्शिता चिंता का विषय बनी हुई है। सुप्रीम कोर्ट के 33% जजों ने अपनी सपत्ति के बारे में जानकारी दी है। वहीं हाईकोर्टों के जज ऐसी जानकारी देने में बहाने बना रहे हैं। हाल ही में एक जज के सरकारी आवास में कैश में आग लग गई, करोड़ों रुपये जल गए। ऐसी घटना के बाद तो कुछ जजों पर सवाल उठ खड़े हुए हैंः