भारत-चीन ने बुधवार को फिर बातचीत की। भारत ने अपना दूत बीजिंग भेजा था। दोनों ओर से बयान भी जारी हुए। लद्दाख बॉर्डर पर बने गतिरोध को लेकर कोई सफलता नहीं मिली। अलबत्ता दोनों पक्ष 18वें दौर की सैन्य बातचीत के लिए सहमत हो गए हैं।
पूर्वी लद्दाख इलाके में करीब 26 प्वाइंट्स पर भारत गश्त नहीं कर पा रहा है। यह तथ्य कैसे सामने आया, इसका खुलासा आज द हिन्दू अखबार ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है। बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने पीएम मोदी पर इस मुद्दे पर हमला किया है।
एक अमेरिकी जनरल ने लद्दाख के पास चीन की गतिविधियों को खतरनाक बताया है। भारत-यूएस जल्द ही संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू करने वाले हैं। उससे पहले यह चेतावनी सामने आई है।
भारत-चीन में झड़प, चीनी सेना की चेतावनी, चीनी सेना का युद्ध अभ्यास और ऊँचाई पर तैनात किए जाने वाले तोपों को चीनी सेना में शामिल करना। क्या यह महज संयोग है ?Satya Hindi